धैर्य रखें हर परिस्थिति हो जाएगी अनुकूल, कारोबारी ने दिया संदेश

अगर किसी भी इंसान में धैर्य है तो वह हर परिस्थिति में सामान्य रहेगा। घबराने की आदत है तो निश्चित रूप से उसे सामान्य परिस्थिति भी प्रतिकूल नजर आएगी। इसलिए हर इंसान को धैर्य रखना चाहिए। यह बातें अमर उजाला से टेलीफोन पर बरते करते हुए कोरोना को मात देने वाले कारोबारी ने कही। उन्होंने कहा कि इंसान को आशावादी बनना चाहिए। निराशावादी बनने से नकारात्मक चीजें शरीर और मन को प्रभावित करती हैं। ओशो को पढ़ने से मन से नकारात्मक चीजें दूर होती हैं।

 

बृहस्पतिवार को उन्होंने बताया कि अस्पताल से आने के बाद दूसरे दिन दोस्त रिश्तेदारों के अलावा बिजनेस वालों से भी खूब बातचीत हुई। उन्होंने बताया कि शाम को हल्का बुखार आ गया था लेकिन डाक्टर से दवा लेने के बाद अब सामान्य हूं। अस्पताल से मिली गाइडलाइन के अनुसार अभी 12 दिन और किसी से मिलूंगा नहीं, लेकिन फोन पर सबसे बात हो रही है।
अफवाह न फैलाएं लोग
कारोबारी ने लोगों से अपील की कि कोरोना की झूठी अफवाह न फैलाएं क्योंकि अगर आपको लगता है कि किसी स्थिति को बदल सकते हो तो पूरा प्रयास करो कि उसे बदलो। अगर नहीं बदल सकते हो उसी में स्वयं को ढाल लो। इसलिए अफवाह फैलाकर लोगों को डराएं नहीं बल्कि उन्हें जागरूक करें। परिस्थिति हमेशा एक जैसे नहीं रहती है यह प्रकृति का नियम है, जल्द ही बदल जाएगी। उन्होंने बताया कि बेटे से भी रोजाना बात हो रही है। एक रिपोर्ट निगेटिव आई है, मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वह भी जल्द ही स्वस्थ होकर घर आ जाए।
मोबाइल पर मूवी देख व अपनों से बातकर बेटा बिता रहा समय
कारोबारी के बेटे ने बताया कि निगेटिव आई रिपोर्ट से बहुत खुशी है और मोबाइल पर मूवी देखकर व अपनों से बात करके समय बिता लिया। उन्होंने बताया कि सीएमओ ने कहा था कि दूसरी रिपोर्ट शुक्रवार तक आ जाएगी तो घर चला जाऊंगा। उन्होंने बताया कि बिजनेस को लेकर भी बातचीत करता रहता हूं। सुबह और शाम को जीजाजी खाना लाते हैं, एहतियात के तौर मैंने स्वयं जीजा जी को मिलने से रोक दिया है लेकिन बातचीत होती रहती है। उन्होंने कहा कि विशेष तौर पर युवाओं से आग्रह करूंगा कि भ्रम फैलाने के बजाए लोगों को जागरूक करें।