राजस्व निरीक्षक प्रथम और द्वितीय की वसूली 60 प्रतिशत कम, नगरायुक्त ने जताई नाराजगी
नगरायुक्त दिनेश चंद्र सिंह ने मुख्य सचिव के औचक निरीक्षण के बाद अब कड़े रुख लिये हैं। इसी के चलते टैक्स की समीक्षा के दौरान माह नवंबर में राजस्व निरीक्षक प्रथम और द्वितीय की वसूली टारगेट से 60 प्रतिशत कम पाई गई। नगरायुक्त ने इस पर कड़ा एतराज जताया और टैक्स वृद्धि करने के निर्देश दिये। नगरायुक्त ने कर निर्धारण अधिकारी को निर्देश दिये कि जिन क्षेत्रों में टैक्स इंस्पेक्टरों आदि के द्वारा वसूली कम की गई है उनके नाम चिन्हित कर दिये जाएं ताकि उन पर आरोपपत्र जारी कर कार्रवाई की जा सके।

 

नगरायुक्त ने इस बैठक में टैक्स की रिकवरी बढ़ाने के भी निर्देश दिये। इस दौरान कई ऐसी शिकायतें भी मिलीं कि कुछ लोग टैक्स की कम वसूली कर रहे हैं। नगरायुक्त ने निर्देश दिये कि प्रत्येक जोन में ऐसे दो कर्मचारी जो टैक्स में सबसे कम रिकवरी कर रहे हैं उनके नामों की सूची उन्हें दी जाए। साथ ही जो टैक्स इंस्पेक्टर लंबे समय से एक ही क्षेत्र में जमे हुए हैं उनकी भी सूची नगरायुक्त ने तलब की है।

 

यह सूची जोनल प्रभारी को भेजने के लिए कहा गया है। जिन क्षेत्रों में नये निर्माण हुए हैं उन क्षेत्रों में भी टैक्स की डिमांड बढ़ाने के लिए कहा गया है ताकि नगर निगम की इनकम बढ़ सके और इस पैसे को विकास कार्य में लगाया जा सके। साथ ही सभी जोनल प्रभारियों से कहा गया है कि वह अपने एरिया के मोहल्ले और कॉलोनियों में टैक्स डिमांड की समीक्षा करेंगे। जो घर बचे हैं उन पर टैक्स लगाएंगे। साथ ही टैक्स से बचे मकानों की सूची तैयार कर उसकी रिपोर्ट भी भेजने को कहा है।